मंगलवार, 15 जून 2021

थारपरकर गाय (Tharparkar Cow)


थारपरकर गाय (Tharparkar Cow)

थारपरकर गाय 

● दक्षिणी सिंध ( पाकिस्तान) का थारपरकर जिला इस प्रजाति का उत्पत्ति स्थल है। यह प्रजाति भारत पाक सीमा पर राजस्थान के पश्चिमी क्षेत्र से प्रारम्भ होकर गुजरात में कच्छ के रन तक पायी जाती है। 
● इस प्रजाति का विकास थार रेगिस्तान की जलवायु एवं अन्य परिस्थितियों के अनुरूप हुआ है। 
इस प्रजाति की गायों की त्वचा का रंग सफेद या हल्का सलेटी होता है। चेहरा और अंगों के शीर्ष गहरे रंग के होते हैं। बाल छोटे, खड़े एवं साफ होते है। 
● बैलों में या नर गौवंश में माथे के ऊपर घुँघराले बाल होते हैं। माथा चपटा, चौड़ा व हल्का सा आँखों के ऊपर उन्नत होता है। सींगों का तल एवं चेहरे का तल समान होता है। 
● साँड़ों में माथे का उन्नत भाग और अधिक उठा हुआ होता है। चेहरा झुका हुआ साफ एवं थोड़ा सा गोलाई लिये होता है। जबड़ा बहुत मजबूत होता है। आंखें गम्भीर एवं शान्त प्रतीत होती है। कान थोड़े से लम्बे, चौड़े एवं हल्के से लटके हुये होते है। 
● इस प्रजाति का प्रथम ब्यांत लगभग १२४७ दिन में हो जाता है तथा दुग्ध उत्पादन ६०० से २६०० किग्रा या औसतन १७५० किया जबकि प्रथम व्यांत से दूसरे व्यांत के बीच का अन्तर ४०८ से ५७२ दिनों का रहता है। इसके दूध में वसा का प्रतिशत औसतन ४.६ प्रतिशत रहता है।
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