• कठपुतली चित्र

    राजस्थानी कठपुतली नृत्य कला प्रदर्शन

गुरुवार, 20 सितंबर 2018

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत (Chand Chadhyo Gignaar Songs)

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत (Chand Chadhyo Gignaar Songs)

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत

चाँद चढ्यो गिगनार राजस्थानी गीत


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


हाथ्य मेहंदी राच्नी , कोई नैना काजल घाल्यो जी - २
ले दिव्लो चढ़ घी को बाले, मर्वर पलंग सवारों जी
बेठी मनरो मार गोरिका आया नहीं भरतार,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


ज्यो ज्यो तेल बाले दिवलो में, भल बाती सर्कावे जी - २
नहीं आया अब तक यो रसियो, दिव्लो नाद हिलावे जी
दिवलो क्यूँ झुंझलाए गोरी, दिवलो दियो बुझाये,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


सिसक सिसक कर गोरी रोवे , तकियों कालो करियो जियो जी - २
उग्तो सूरज रसियो आयो, हाथ पीठ पर धारियों जी
कठे बिताई सारी रात थाणे उग आयो परिभात
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
हाथ चिटक कर गोरी बोली अब क्यूँ घर्या पधारा जी - २
सौतें के संग रात बिताई , कद कद कोढ़ कमाया जी -२
कठे बिताई सारी रात थे तो, कर दीन्यो परभात
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |


उक चुक क्यूँ गोरी बोलो गोरी, मत न देवो ताना जी - २
साथी रा संग रात बिताई, खेला चोपर पासा जी - २
बठे बिताई सारी रात म्हाने, उग आयो परभात
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी
चंदो गयो सिधार देखो, उग आयो परभात
म्हारा अब आया भरतार ,
मनरो मुल्खे छे जी मुल्खे छे |


चाँद चढ्यो गिगनार फिर सा ,
ढल आई आधी रात पिहुजी,
अब तो घरा पधारो ,
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |
मारुनी थारी बिलखे छे जी बिलखे छे |
गोरी मुस्काओ जी , मुस्काओ जी |

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बुधवार, 12 सितंबर 2018

भर जोबन में नाव दुब्गी राजस्थानी गीत (BHAR JOBAN ME NAV DUBGI RAJASTHANI SONG)

भर जोबन में नाव दुब्गी  राजस्थानी गीत (BHAR JOBAN ME NAV DUBGI RAJASTHANI SONG)

भर जोबन में नाव दुब्गी  राजस्थानी गीत

भर जोबन में नाव दुब्गी  राजस्थानी गीत


भर जोबन में नाव डूबगी - 2 तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी - मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा

भर जोबन में नाव डूबगी तैरा दे मनिहारा
तेरे नाम की दो चूड़ी मने पेरा दे मनिहारा , पेरा दे मनिहारा


पटरी - रेल चालत हैं - ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गया - कर कर याद लुगाई -


पटरी - रेल चालत हैं ऊपर जहाज हवाई
फागन में तो छोरा मर गयाकर कर याद लुगाई -


नीम का जोबन नीम निमोड़ी - आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी - पनिहारी का कुआँ -


नीम का जोबन नीम निमोड़ी आम का जोबन चुआन
मर्द का जोबन पण सुपारी पनिहारी का कुआँ -


आधी रात में आयो देवर -  , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो -  , आजा मेरी भाभी -


आधी रात में आयो देवर , लायो फूल गुलाबी
झाला देर बुलवान लाग्यो , आजा मेरी भाभी -


सुन रे पति  मेरा सुन रे पति - , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे - , वोह ना फिरे कंवारा - 


सुन रे पति  मेरा सुन रे पति , तने हाल बताऊँ सारा
देवरिय को ब्याव करा दे , वोह ना फिरे कंवारा - 

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