रविवार, 12 अप्रैल 2015

रंग रंगीलो सबसे प्यारो म्हारो राजस्थान जी ।


रंग रंगीलो सबसे प्यारो म्हारो राजस्थान जी ।
माथे बोर, नाक में नथनी, नोसर हार गलै में जी,
झाला, झुमरी, टीडी भलको, हाथा में हथफूल जी।
टूसी, बिंदी, बोर, सांकली, कर्ण फूल कानामें जी,
कंदोरो, बाजूबंद सोवे, रुण-झुण बाजे पायल जी।
रंग रंगीलो सबसे प्यारो म्हारो राजस्थानजी ।
रसमलाई, राजभोग औ कलाकंद, खुरमाणी जी,
कतली, चमचम, चंद्रकला औ मीठी बालूशाही जी।
रसगुल्ला, गुलाब जामुन औ प्यारी खीर- जलेबी जी,
दाल चूरमो , घी और बाटी सगला रे मन भावे जी।
रंग रंगीलो सबसे प्यारो म्हारो राजस्थानजी ।
कांजी बड़ा दाल को सीरो, केर-सांगरी साग जी,
मोगर, पापड़, दही बड़ा औ नमकीन गट्टा भात जी।
तली ग्वारफली और पापड़, केरिया रो अचार जी,
घणे चाव से बणे रसोई, कर मनवार जिमावे जी।
रंग रंगीलो सबसे प्यारो म्हारो राजस्थान जी ।
काली ऊमटे जद, बोलण लागे मौर जी,
बिरखा के आवण री बेला, चिड़ी नहावे रेत जी।
खड़ी खेत के बीच मिजाजण , कजरी गावे जी,
बादीलो घर आसी कामण, मेडी उड़ावे काग जी।
रंग रंगीलो सबसे प्यारो म्हारो राजस्थान जी ।
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