सुप्रसिद्ध चूंधी गणेश मंदिर जैसलमेर ( Famous Chundhi ganesh temple jaisalmer)
◆ राजस्थान के जैसलमेर जिले से 12 किलोमीटर दूर सुप्रसिद्ध चूंधी गणेश जी का मंदिर स्थित है। मान्यता है कि इस मंदिर में जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पूर्ण होती है ।
सुप्रसिद्ध चूंधी गणेश मंदिर जैसलमेर |
◆ मंदिर का मुख्य द्वार विशाल पीले पत्थर का बना हुआ है द्वार के दोनों और सफेद संगमरमर की हाथी की मूर्तियां लगी हुई है।
◆ द्वार में प्रवेश कर आकर्षक उद्यान से गुजरते हुए एक रास्ता सीढियो से नीचे की तरफ नदी की ओर जाता है। इसी नदी में स्थित है सुप्रसिद्ध चूंधी गणेश जी का पावन मंदिर ।
◆ मंदिर की प्रतिमा से जुड़ी कथा के अनुसार, इसका निर्माण किसी शिल्पी ने नहीं किया था। यह स्वत: भूमि से प्रकट हुई थी। बरसात के मौसम में यहां नदी बहती है और प्रतिमा जलमग्न हो जाती है।
◆ मंदिर की छत पर सुंदर कांच की नक्काशी की हुए है।तथा मंदिर का फ़र्श पिले पत्थर का बना हुआ है।
◆ यह मंदिर का करीब 1,400 साल पुराना बताया जाता है। कहा जाता है कि यहां चंवद नामक सिद्ध महात्मा ने कई सालो तक तपस्या की थी।
◆ वर्तमान में यह स्थान उन्हीं के नाम से चूंधी के नाम से जाना जाता है। यहां अन्य ऋषियों ने भी तपस्या की थी, इसलिए इस स्थान को विशेष पवित्र माना गया है।
◆ यहां प्रतिवर्ष गणेश चतुर्थी को मेला लगता है दूर दूर से भक्तजन अपनी मनोकामना के साथ यहां आते है।तथा पूजा अर्चना करते है।
◆ यहां नदी में बिखरे पत्थरो से भक्त जन अपना मनपसंद घर बनाते है और कामना करते है कि उन्हें भी भगवान गणेश अपना मनपसंद घर जल्द ही प्रदान करे।
◆ गणेश जी के मंदिर के साथ है यहां महादेव जी, रामदरबार - राम सीताजी ,लक्ष्मण जी,हनुमान जी के मंदिर भी बने हुए है।
◆ मंदिर के दोनों तरफ दो कुएं हैं जिनके बारे में मान्यता है कि इनमें हरिद्वार से मां गंगा का जल आता है। यह भी माना जाता है कि एक बार किसी भक्त का कंगन हरिद्वार में गंगा में गिर गया था, जो बाद में यहां निकल आया था।
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